पृथ्वीराज चौहान: 4 युगों तक याद रहने वाले वीर साम्राज्य की कहानी | Prithviraj Chauhan history
“चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है मत चुके चौहान” ये शब्द अदृश्य राजा पृथ्वीराज चौहान से उनके दरबारी कवि ने कहे थे और उनके मित्र चंदबरदाई ने गजना के मोहम्मद गोरी की ओर तीर चलाने का संकेत दिया था। भारत के महान राजा पृथ्वीराज चौहान के जीवन की इस वीरता को चंद बरदाई ने अपनी कविता ‘पृथ्वीराज रासो’ में दर्ज किया है। पृथ्वीराज रासो के … Read more